January 24, 2025
Jakheri Rath Hamirpur

बुंदेलखंड का इतिहास

bundelkhand ka itihas

बुंदेलखंड का इतिहास बहुत समृद्ध और रोचक है। यह क्षेत्र वर्तमान में उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के हिस्सों में स्थित है। बुंदेलखंड का इतिहास प्राचीन काल से लेकर आधुनिक काल तक के विभिन्न साम्राज्यों, राजवंशों और शासकों से जुड़ा हुआ है।

प्रारंभिक इतिहास
बुंदेलखंड का नाम “बुंदेला” राजवंश से जुड़ा हुआ है, जो 16वीं शताब्दी में इस क्षेत्र में प्रकट हुआ। इससे पहले, यह क्षेत्र मौर्य, गुप्त और चंदेल राजवंशों के अधीन था। चंदेल वंश ने 10वीं से 12वीं शताब्दी के बीच इस क्षेत्र में शासन किया और उन्होंने कई भव्य किलों और मंदिरों का निर्माण किया, जिनमें सबसे प्रसिद्ध खजुराहो के मंदिर हैं।

चंदेल वंश
चंदेल वंश का शासनकाल बुंदेलखंड के स्वर्ण युग के रूप में जाना जाता है। उन्होंने खजुराहो के विश्व प्रसिद्ध मंदिरों का निर्माण किया, जो वास्तुकला और मूर्तिकला की दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इन मंदिरों का निर्माण मुख्यतः 950 ईस्वी से 1050 ईस्वी के बीच हुआ।

बुंदेला वंश
16वीं शताब्दी में बुंदेला राजपूतों ने चंदेलों को पराजित किया और बुंदेलखंड में अपनी सत्ता स्थापित की। बुंदेला वंश के प्रमुख शासकों में महाराजा छत्रसाल का नाम विशेष रूप से उल्लेखनीय है। उन्होंने मुगलों के खिलाफ विद्रोह किया और एक स्वतंत्र राज्य की स्थापना की। छत्रसाल को बुंदेलखंड का नायक माना जाता है।

ब्रिटिश शासन और स्वतंत्रता संग्राम
19वीं शताब्दी में, बुंदेलखंड ब्रिटिश साम्राज्य का हिस्सा बन गया। इस क्षेत्र ने 1857 के स्वतंत्रता संग्राम में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। रानी लक्ष्मीबाई, जो झाँसी की रानी थीं, ने अंग्रेजों के खिलाफ वीरता के साथ संघर्ष किया। उनकी वीरता आज भी बुंदेलखंड की जनता के दिलों में जीवित है।

आधुनिक काल
आज के समय में बुंदेलखंड एक महत्वपूर्ण सांस्कृतिक और ऐतिहासिक क्षेत्र है, जो अपनी समृद्ध विरासत और गौरवशाली इतिहास के लिए जाना जाता है। यहाँ के ऐतिहासिक किले, मंदिर और महल आज भी पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।

बुंदेलखंड का इतिहास भारतीय इतिहास के अद्वितीय पहलुओं को दर्शाता है और इस क्षेत्र की सांस्कृतिक धरोहर को समझने में महत्वपूर्ण योगदान देता है।

Leave feedback about this

  • Rating

This site uses Akismet to reduce spam. Learn how your comment data is processed.

Source :

source :