History of Hampi हम्पी, भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित एक ऐतिहासिक स्थल है, जो अपने खंडहरों और भव्य मंदिरों के लिए प्रसिद्ध है। हम्पी को यूनेस्को द्वारा विश्व धरोहर स्थल के रूप में मान्यता प्राप्त है। यह स्थान विशेष रूप से विजयनगर साम्राज्य की राजधानी के रूप में जाना जाता है, जो 14वीं से 16वीं शताब्दी के दौरान अपनी समृद्धि और विशालता के लिए प्रसिद्ध था। यहाँ का ऐतिहासिक महत्व, वास्तुकला और सांस्कृतिक धरोहर अद्वितीय हैं।
प्रमुख स्थल और स्मारक:
विरुपाक्ष मंदिर: हम्पी का सबसे प्रसिद्ध मंदिर, भगवान शिव को समर्पित है। यह मंदिर विजयनगर काल का एक अद्भुत उदाहरण है और इसका गोपुरम (मुख्य द्वार) बहुत ही भव्य है।
विट्ठल मंदिर: यह मंदिर भगवान विष्णु के विट्ठल रूप को समर्पित है। इसका मुख्य आकर्षण इसके पत्थर के रथ और संगीतकार स्तंभ हैं, जो पत्थरों से संगीत उत्पन्न करने की अद्भुत कला का उदाहरण हैं।
संगीत मंडप: विट्ठल मंदिर के परिसर में स्थित यह मंडप पत्थरों से बनी संगीत उत्पन्न करने की अपनी विशेषता के लिए प्रसिद्ध है।
लक्ष्मी नरसिम्हा मूर्ति: यह एक विशाल मूर्ति है जो भगवान विष्णु के अवतार, नरसिम्हा का प्रतिनिधित्व करती है। यह मूर्ति अपनी विशालता और भव्यता के लिए जानी जाती है।
हजारा राम मंदिर: यह मंदिर रामायण की कहानियों को दर्शाने वाली मूर्तियों और नक्काशी के लिए प्रसिद्ध है।
हम्पी बाजार: यह बाजार पुराने समय में व्यापार का प्रमुख केंद्र था और अब एक प्रमुख पर्यटक आकर्षण है।
कमल महल: यह महल अपने अद्वितीय स्थापत्य शैली के लिए प्रसिद्ध है, जो कमल के आकार में बना हुआ है।
पुष्करिणी: ये जलाशय हैं जो मंदिरों के पास स्थित हैं और धार्मिक स्नान के लिए उपयोग किए जाते थे।
हम्पी का रथ: विट्ठल मंदिर परिसर में स्थित यह पत्थर का रथ भारतीय स्थापत्य का एक अद्वितीय उदाहरण है।
ऐतिहासिक पृष्ठभूमि:
हम्पी का प्राचीन नाम पम्पक्षेत्र था, जो पंपा नदी (तुंगभद्रा नदी) के नाम पर रखा गया था। विजयनगर साम्राज्य की स्थापना 1336 ईस्वी में हरिहर और बुक्का नामक दो भाइयों ने की थी। यह साम्राज्य अपने समय का सबसे समृद्ध और शक्तिशाली साम्राज्य था। 1565 में तालीकोटा की लड़ाई के बाद हम्पी को विनाशकारी हमलों का सामना करना पड़ा और यह खंडहर में तब्दील हो गया।
यात्रा की जानकारी:
हम्पी में पर्यटकों के लिए अनेक सुविधाएं उपलब्ध हैं। यहाँ तक पहुँचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा हुबली है, जो लगभग 150 किलोमीटर दूर है। रेल और सड़क मार्ग से भी हम्पी तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। हम्पी में घुमने के लिए साइकिल, स्कूटर और ऑटो रिक्शा जैसी स्थानीय परिवहन सुविधाएं उपलब्ध हैं।
हम्पी के खंडहरों का दौरा इतिहास, कला और संस्कृति में रुचि रखने वाले लोगों के लिए एक अद्भुत अनुभव है। यहाँ की प्राचीन वास्तुकला और ऐतिहासिक महत्व किसी भी पर्यटक को मंत्रमुग्ध कर सकते हैं।