परिचय: ज़ोहो कॉर्पोरेशन के सीईओ श्रीधर वेम्बू ने हाल ही में भारतीय युवाओं, स्टार्टअप्स और उद्यमियों को संबोधित करते हुए तकनीकी आत्मनिर्भरता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीयों को विदेशों में मान्यता प्राप्त करने के बजाय भारत में ही तकनीकी क्षमताओं का विकास करना चाहिए। यह विचार भारतीय नवाचार और उद्यमशीलता को प्रोत्साहित करने के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
श्रीधर वेम्बू कौन हैं?
श्रीधर वेम्बू एक प्रसिद्ध भारतीय उद्यमी और ज़ोहो कॉर्पोरेशन के सह-संस्थापक और सीईओ हैं। ज़ोहो एक क्लाउड-आधारित सॉफ्टवेयर कंपनी है, जो दुनिया भर में लाखों व्यवसायों को तकनीकी समाधान प्रदान करती है। वेम्बू को उनकी सादगी, नवाचार के प्रति प्रतिबद्धता और ग्रामीण विकास के लिए उनके प्रयासों के लिए जाना जाता है।
वेम्बू का संदेश:
श्रीधर वेम्बू ने भारतीयों को निम्नलिखित संदेश दिए:
विदेशी मान्यता के बजाय स्वदेशी नवाचार पर जोर:वेम्बू ने कहा कि भारतीय युवाओं और उद्यमियों को विदेशों में मान्यता प्राप्त करने की बजाय भारत में तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए। इससे देश का विकास तेज़ होगा और स्थानीय टैलेंट को आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
ग्रामीण भारत में तकनीकी विकास:
वेम्बू ने ग्रामीण भारत में तकनीकी विकास को प्रोत्साहित करने की बात कही। उन्होंने उदाहरण दिया कि कैसे ज़ोहो ने अपने ग्रामीण केंद्रों में प्रतिभाशाली युवाओं को प्रशिक्षित किया है।
शिक्षा और कौशल विकास:
उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे तकनीकी शिक्षा और कौशल विकास पर ध्यान दें ताकि भारत भविष्य की तकनीकी चुनौतियों का सामना कर सके।
आत्मनिर्भरता का महत्व:
वेम्बू ने ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि भारतीय कंपनियों को स्थानीय तकनीकों का उपयोग करके नवाचार करना चाहिए।
ज़ोहो का योगदान:
ग्रामीण केंद्रों की स्थापना: ज़ोहो ने देशभर में ग्रामीण केंद्रों की स्थापना की है, जहाँ स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षण और रोजगार के अवसर दिए जाते हैं।
शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम:
कंपनी ने विभिन्न स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम्स शुरू किए हैं, जो छात्रों और पेशेवरों को नई तकनीकों में प्रशिक्षित करते हैं।
नवाचार और रिसर्च:
ज़ोहो रिसर्च और विकास में निवेश करता है, जिससे भारतीय बाजार के लिए कस्टम समाधान तैयार किए जा सकें।
वेम्बू का विजन:
श्रीधर वेम्बू का मानना है कि भारत के पास प्राकृतिक और मानव संसाधनों का भरपूर भंडार है। यदि इनका सही उपयोग किया जाए, तो भारत तकनीकी क्षेत्र में वैश्विक नेतृत्व कर सकता है। वेम्बू ने कहा कि भारतीयों को स्वदेशी उत्पादों और सेवाओं को प्राथमिकता देकर विश्वस्तरीय तकनीकी समाधान विकसित करने चाहिए।
निष्कर्ष:
श्रीधर वेम्बू का संदेश भारतीय युवाओं के लिए प्रेरणादायक है। उन्होंने तकनीकी आत्मनिर्भरता, स्थानीय प्रतिभाओं के विकास और स्वदेशी नवाचार पर जोर दिया है। उनका विजन ‘आत्मनिर्भर भारत’ के सपने को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
महत्वपूर्ण जानकारी:
ज़ोहो की आधिकारिक वेबसाइट: zoho.com
तकनीकी शिक्षा और स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम की जानकारी के लिए ज़ोहो के संसाधनों का उपयोग करें।
आगे की राह:
अगर भारत को तकनीकी महाशक्ति बनना है, तो श्रीधर वेम्बू जैसे नेताओं की प्रेरणा को अपनाकर नवाचार और आत्मनिर्भरता पर ध्यान केंद्रित करना होगा।